G20 समिट 2023: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और पत्नी ने किया अक्षरधाम मंदिर में भगवान स्वामी नारायण के दर्शन
"G20 समिट 2023: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और पत्नी ने किया अक्षरधाम मंदिर में भगवान स्वामी नारायण के दर्शन"
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक: धार्मिक संदेश और सामाजिक समर्थन के प्रति उनकी विशेष भावनाएँ"
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हाल ही में इंग्लैंड और भारत में दिखाए गए धार्मिक समर्थन के साथ ध्यान खिचाया है। उन्होंने भारत में कुछ दिन पहले मोरारी बापू की कथा में भाग लिया, जहां उन्होंने रामायण जी की आरती भी की और जय श्री राम के जयकारे बोले। इसके साथ ही, उन्होंने अपने धार्मिक विश्वासों को साझा किया और इसे अपने जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में प्रमोट किया।
पीएम सुनक का धर्म परिप्रेक्ष्य:
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने धार्मिक संदेश को बहुत ही स्पष्टता के साथ प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म उनके जीवन के हर पहलू में उनका मार्गदर्शन करता है और इसका महत्व उनके लिए अत्यधिक है। उन्होंने अपने धर्म के माध्यम से सशक्तिकरण और संघटन का संदेश भी दिया है।
मोरारी बापू की कथा:
ऋषि सुनक ने मोरारी बापू की कथा में भाग लेने के बाद, भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति अपनी समर्थना और समर्पण का प्रदर्शन किया। उन्होंने रामायण जी की आरती किया और जय श्री राम के नाम के साथ सभी को साथ लेकर जाने का संकल्प जताया। इससे प्रधानमंत्री ने भारतीय धर्म और संस्कृति के महत्व को और भी महत्वपूर्ण बनाया है।
धर्म का महत्व:पीएम सुनक ने अपने धर्म के महत्व को साझा करते हुए कहा है कि उनके लिए धर्म बहुत व्यक्तिगत मामला है और यह उन्हें उनके कार्यकाल में सर्वश्रेष्ठ करने का साहस और शक्ति देता है। उन्होंने प्रधानमंत्री बनने को एक महत्वपूर्ण समर्थन माना है, लेकिन यह कार्य आसान नहीं है, और वह कई कठिन फैसलों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
समाज के प्रति समर्पण:
पीएम सुनक के धार्मिक समर्थन के साथ-साथ, उनका समाज के प्रति भी गहरा समर्पण है। उन्होंने अपने नेतृत्व के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर कठिन फैसले लिए हैं और समाज के विकास और समृद्धि के लिए कई योजनाएँ बनाई हैं।
संगठन का संदेश:
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के धर्म से जुड़े संदेश ने उनके प्रधानमंत्री बनने के साथ ही उनके संगठन के विचारधारा को भी प्रभावित किया है। उनका संदेश है कि धर्म केवल आत्मिक भलाइयों के लिए ही नहीं होता, बल्कि यह समाज के भलाइयों के लिए भी महत्वपूर्ण है और इसका समर्थन करना हर किसी की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
समापन:
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के धर्म से जुड़े विचार और समर्थन ने उनके नेतृत्व के तहत एक नई दिशा दिलाई है और उन्होंने धार्मिकता के महत्व को समझाया है। इसके साथ ही, उन्होंने समाज के प्रति अपना समर्पण भी दिखाया है और देश के विकास में अपना सहयोग दिया है। उनके नेतृत्व के तहत, धर्म और समाज के बीच एक सजीव संवाद की बड़ी उम्मीद है, जिससे समृद्धि और एकता की दिशा में कदम बढ़ सकता है।"
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